



बालोद
विगत 1 सप्ताह से बालोद जिले के वन परीक्षेत्र ओं में हाथियों का आतंक देखने को मिल रहा है वह घरों फसलों को बेतहाशा नुकसान पहुंचा रहे हैं तो दूसरी ओर वन विभाग के कर्मचारी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं जिसके कारण वन विभाग को समस्याएं तो हो रही है परंतु वन विभाग कर्मचारियों का कहना है कि प्रांतीय आह्वान पर वे सब धरने में बैठे हुए हैं और जब तक उनकी 12 सूत्रीय मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक उनका धरना जारी रहेगा आपको बता दें कि वन कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन धरने से वन विभाग बेपटरी होती नजर आ रही है।
काष्ठागार में बैठे धरने पर
वन विभाग के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ बालोद जिले के वन विभाग काष्ठागार में धरने पर बैठे हुए हैं जिसमें हर वर्ग के कर्मचारी शामिल हैं महिलाएं युवतियां पुरुष इत्यादि सभी धरने पर बैठे हुए हैं और शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है उनका कहना है कि सरकार द्वारा जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती उनका अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा।
जानिए 12 सूत्रीय मांगे
वन विभाग के छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि हम सब 12 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं जिसमें वनरक्षक का वेतनमान वर्ष 2003 से 3050 स्वीकृति किया जाए वनरक्षक वनपाल उपवन क्षेत्रपाल कर्मचारियों का वेतन मांग मांग अनुसार किया जाए पुरानी पेंशन योजना लागू किया जावे छत्तीसगढ़ राज्य गठन के पश्चात नया सेट पुनरीक्षण किया जाए महाराष्ट्र सरकार की तरह 6000 रुपए पौष्टिक आहार वर्दी भत्ता इत्यादि दिया जाए इसके साथ ही अन्य प्रमुख मांगे शामिल है।
बालोद से अमजद चौहान की रिपोर्ट